पिछले आठ दिनों से एन-32 ग़ायब था और भारतीय वायु सेना खोजने में जुटी थी.

इस विमान का मलबा अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग ज़िले में मंगलवार को आठ दिनों बाद मिला. भारतीय वायु सेना का कहना है कि विमान का मलबा एमआई-17 हेलिकॉप्टर से 12,000 फुट की ऊंचाई पर देखा गया है.
इसमें 13 लोग सवार थे. भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर बताया है कि इसमें सवार लोगों के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है. इस मालवाहक विमान ने दोपहर 12.27 पर असम के जोरहाट से उड़ान भरी थी और एक बजे उसका संपर्क टूट गया था. उसमें कुल 13 कर्मी सवार थे.
इसरो की मदद से जोरहाट और अरुणाचल प्रदेश के मेचुका के बीच विमान को तलाश रही थी. यह तलाश उम्मीद और आक्रोश के बीच झूल रही थी.
तलाशी अभियान में विशेष ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले एयरक्राफ़्ट सी-130, एएन-32एस, एमआई-17 चौपर और थल सेना के कई आधुनिक हेलिकॉप्टर शामिल थे
एएन-32 विमान भारतीय सेना की आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस उड्डयन क्षमता की रीढ़ हैं.इसके ग़ायब होने पर बहुत लोग हैरानी थे, लेकिन भीतरी लोगों को इसमें कोई ताज्जुब नज़र नहीं आ रहा था.
इसके अलावा, सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, अरुणाचल पुलिस और स्थानीय समुदाय भी जमीन पर लापता विमान की खोज में लगे हुए हैं. वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने कहा, “तलाशी अभी भी जारी है लेकिन लापता एएन-32 को अभी तक नहीं ढूढ़ा जा सका है.” सोमवार को, एएन-32 परिवहन विमान ने असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के शी योमी जिले में स्थित मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी. विमान का अपराह्न् 1.30 बजे ग्राउंड स्टाफ से संपर्क टूट गया था.