कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चार पन्नों का पत्र लिखकर लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी ली है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भविष्य के लिए जवाबदेही जरूरी है.

नई दिल्ली: राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अडिग रहते हुए कांग्रेस अध्यक्ष से इस्तीफा वापस नहीं लेने का फैसला किया है. उन्होंने चार पन्नों के का पत्र लिखकर कहा कि हार के लिए मैं जिम्मेदार हूं. उन्होंने अपने पत्र ट्विटर पर साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस के भविष्य के लिए जवाबदेही जरूरी है. पार्टी को बनाने के लिए कड़े फैसले लेने होंगे. बीजेपी लोगों की आवाज दबा रही है.
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस पार्टी की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है, जिसके मूल्यों और आदर्शों ने हमारे देश की सेवा की है। मैं देश और अपने संगठन का आभार प्रकट करता हूं. जय हिंद.”
इससे पहले राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अध्यक्ष नहीं हूं. नए अध्यक्ष के लिए जल्द चुनाव हो.’’ उन्होंने यह भी कहा कि नए अध्यक्ष के लिए चुनाव एक महीने पहले हो जाना चाहिए था.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें पार्टी में बदलाव के लिए अधिकृत किया था. इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे पर अड़े हुए हैं. हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें.