
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली का कहना है कि नेपाल, भारत और तिब्बत के त्रिकोणीय जंक्शन पर स्थित कालापानी क्षेत्र नेपाल का है और भारत को वहां से तुरंत अपनी सेना को हटा लेनी चाहिए. नेपाल की एक न्यूज़ वेबसाइट Nepal24Hours.com के अनुसार कालापानी क्षेत्र को अपने क्षेत्र के अंदर रखने के भारत के कदम के खिलाफ नेपाल में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. नेपाल के पीएम ओली ने इस मामले पर अपने पहले सार्वजनिक बयान में कहा सरकार किसी को भी अपनी जमीन का एक इंच भी अतिक्रमण नहीं करने देगी.
उन्होंने कहा पड़ोसी देश को अपनी सेना को हमारे क्षेत्र से वापस ले जाना चाहिए. एक रिपोर्ट के अनुसार इस महीने की शुरुआत में भारत का कहना था कि उसने नए जारी नक्शे में नेपाल के साथ अपनी सीमा में कोई बदलाव नहीं किया है और यह अपने संप्रभु क्षेत्र को सटीक रूप से चित्रित करता है. नेपाल ने बुधवार को कालापानी क्षेत्र को भारतीय क्षेत्र के हिस्से के रूप में दिखाए जाने पर आपत्ति जताई थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा “हमारे नक्शे में भारत के संप्रभु क्षेत्र का सटीक चित्रण है. नेपाल के साथ सीमा परिसीमन अभ्यास मौजूदा तंत्र के तहत चल रहा है. हम अपने करीबी और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की भावना में बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं.
कुमार ने कहा कि दोनों पड़ोसियों को अपने बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे निहित स्वार्थों की रक्षा करनी चाहिए. भारत ने 2 नवंबर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के नवगठित केंद्र शासित प्रदेशों को दिखाने के लिए एक नया नक्शा जारी किया था.